tag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post2214584309842577217..comments2023-04-12T02:53:14.834-07:00Comments on पावस: उसी मदरसे में हमने - भाग 2Anjani Kumarhttp://www.blogger.com/profile/02137522297518614325noreply@blogger.comBlogger37125tag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-57661748087795294162013-07-20T02:01:33.880-07:002013-07-20T02:01:33.880-07:00बहुत सुन्दर मन को किस तरह छेड़ गयी ये कविता पता ही...बहुत सुन्दर मन को किस तरह छेड़ गयी ये कविता पता ही नहीं चला ।raulhttps://www.blogger.com/profile/06974513269639761212noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-29100347429968138362013-01-16T12:00:31.198-08:002013-01-16T12:00:31.198-08:00बहुत सही ...सार्थक रचनाबहुत सही ...सार्थक रचनाPratibha Vermahttps://www.blogger.com/profile/09088661008620689973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-9492473725683373502012-11-20T03:12:33.599-08:002012-11-20T03:12:33.599-08:00बहुत सुंदर । मेरे नए पोस्ट पर आपका हार्दिक स्वागत ...बहुत सुंदर । मेरे नए पोस्ट पर आपका हार्दिक स्वागत है।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-88595552527842618632012-10-24T03:42:22.217-07:002012-10-24T03:42:22.217-07:00विजय दशमी की शुभ कामनाएं ...विजय दशमी की शुभ कामनाएं ...प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-79638700410751757242012-09-20T07:38:18.236-07:002012-09-20T07:38:18.236-07:00बहुत सुन्दर सृजन, सादर.
कृपया मेरे ब्लॉग"me...बहुत सुन्दर सृजन, सादर.<br /><br /> कृपया मेरे ब्लॉग"meri kavitayen" पर भी पधारने का कष्ट करें.S.N SHUKLAhttps://www.blogger.com/profile/16733368578135625431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-90433955220685065192012-09-03T03:59:08.627-07:002012-09-03T03:59:08.627-07:00आपकी कविता ने तो पुराने कवियों की याद दिला दी... ख...आपकी कविता ने तो पुराने कवियों की याद दिला दी... खत्म हो रहे उस माधुर्य की झलक फिर से देखने को मिली। बहुत सुंदर गीत है..दीपिका रानीhttps://www.blogger.com/profile/12986060603619371005noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-77776587704600849442012-08-19T20:30:25.992-07:002012-08-19T20:30:25.992-07:00बड़ी प्यारी रचना ...
आपकी कलम प्रभावित करने में का...बड़ी प्यारी रचना ...<br />आपकी कलम प्रभावित करने में कामयाब है ! बधाई ! Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-52200134983758368302012-08-15T09:19:48.823-07:002012-08-15T09:19:48.823-07:00एक रंग दे रहा दुहाई ,रंगों के इस विपुल झुण्ड में
न...एक रंग दे रहा दुहाई ,रंगों के इस विपुल झुण्ड में<br />नीरस उसे लगे जीवन ,पाखण्डी पण्डित के त्रिपुण्ड में<br />मगर मांग में दीवानी की, बनकर जब सिन्दूर पड़ा है<br />तभी मदरसे में हमने ,दीवानेपन का सबक पढ़ा है<br /><br />आपकी इस लंबी छंदबद्ध रचना में काव्य के सारे साहित्यिक गुण समाहित हैं।<br />क्या खूब लिखा है आपने, बधाई !<br /> महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-48786362564463469552012-08-15T05:42:00.170-07:002012-08-15T05:42:00.170-07:00 दीवाने के नयन तपस्वी ,थके ना कभी प्रतीक्षा करके
प... दीवाने के नयन तपस्वी ,थके ना कभी प्रतीक्षा करके<br />प्राप्य अप्राप्य कहां वो समझे ,प्रेम पिपासा में अब पड़के<br />पाने को जल ,मरुथल में ,जब जब दीवाना मृग दौड़ा है<br />तभी मदरसे में हमने ,दीवानेपन का सबक पढ़ा है<br /><br /> vah kya lajabab likha hai apne .....bahut hi sundar rachana ...sadar badhai.Naveen Mani Tripathihttps://www.blogger.com/profile/12695495499891742635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-19979495825738303912012-08-12T19:37:29.566-07:002012-08-12T19:37:29.566-07:00एक रंग दे रहा दुहाई ,रंगों के इस विपुल झुण्ड में
न...एक रंग दे रहा दुहाई ,रंगों के इस विपुल झुण्ड में<br />नीरस उसे लगे जीवन ,पाखण्डी पण्डित के त्रिपुण्ड में<br />.....bahut khoob...Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-36597908730800244292012-08-12T10:23:41.182-07:002012-08-12T10:23:41.182-07:00आपके दीवानेपन के तो कायल हो गए हमआपके दीवानेपन के तो कायल हो गए हमराजेश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/02628010904084953893noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-54582716461481196932012-08-12T07:33:15.850-07:002012-08-12T07:33:15.850-07:00डूबूं इस रस में कि बन्द हो ,रोज रोज का आना जाना
प...डूबूं इस रस में कि बन्द हो ,रोज रोज का आना जाना<br /><br />पाने को पूर्णता प्रेम की , आतुर एक भ्रमर दीवाना<br /><br />बन्द पंखुड़ी में होने को, जब नलिनी की ओर मुड़ा है<br /><br />तभी मदरसे में हमने ,दीवानेपन का सबक पढ़ा है<br /><br />....बहुत सुन्दर और गहन प्रस्तुति...हरेक पंक्ति दिल को छू जाती..शब्दों और भावों का बहुत सुन्दर संयोजन...बधाईKailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-82511665792878155592012-08-10T10:05:37.259-07:002012-08-10T10:05:37.259-07:00प्रिय अंजनी जी बहुत सुन्दर काविले तारीफ़ रचना ...ज...प्रिय अंजनी जी बहुत सुन्दर काविले तारीफ़ रचना ...जय हिंद ....<br />आभार <br />भ्रमर 5Surendra shukla" Bhramar"5https://www.blogger.com/profile/11124826694503822672noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-66396948713537668442012-08-10T08:12:53.165-07:002012-08-10T08:12:53.165-07:00बहुत बेहतरीन रचना,,,,अंजनी कुमार जी ,,,
श्री कृष्...बहुत बेहतरीन रचना,,,,अंजनी कुमार जी ,,,<br /><br />श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ<br />RECENT POST <a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/08/blog-post_9.html" rel="nofollow">...: पांच सौ के नोट में.....</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-91926600953903125222012-08-10T05:16:54.334-07:002012-08-10T05:16:54.334-07:00बहुत सुंदर..बहुत सुंदर..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-64292296356097999162012-08-07T05:31:02.350-07:002012-08-07T05:31:02.350-07:00जिस मदरसे में ढाई आखर प्रेम के मिलते हों उसमें जीव...जिस मदरसे में ढाई आखर प्रेम के मिलते हों उसमें जीवन भर भी पढ़ना पड़े तो कम है ... दीवानों से पूछो वो बतायंगे इसके नशे में क्या है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-56447610710542759032012-08-07T04:40:41.992-07:002012-08-07T04:40:41.992-07:00बहुत-बहुत सुन्दर रचना...बहुत-बहुत सुन्दर रचना...S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-18935054321866961502012-08-06T23:16:26.419-07:002012-08-06T23:16:26.419-07:00्दीवानगी की भाषा कोई दीवाना ही समझ सकता है्दीवानगी की भाषा कोई दीवाना ही समझ सकता हैvandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-117177733046614632012-08-06T21:46:39.635-07:002012-08-06T21:46:39.635-07:00दीवाने के नयन तपस्वी ,थके ना कभी प्रतीक्षा करके
प...दीवाने के नयन तपस्वी ,थके ना कभी प्रतीक्षा करके<br /><br />प्राप्य अप्राप्य कहां वो समझे ,प्रेम पिपासा में अब पड़के<br /><br />पाने को जल ,मरुथल में ,जब जब दीवाना मृग दौड़ा है<br /><br />तभी मदरसे में हमने ,दीवानेपन का सबक पढ़ा है<br /><br />बहुत सुंदर रचना <br /><br /><br />जन्माष्टमी की शुभकामनायेंसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-138341476511454272012-08-06T00:43:43.073-07:002012-08-06T00:43:43.073-07:00कल 07/08/2012 को आपकी यह पोस्ट (विभा रानी श्रीवास्...<i><b> कल 07/08/2012 को आपकी यह पोस्ट (विभा रानी श्रीवास्तव जी की प्रस्तुति में) <a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.in" rel="nofollow"> http://nayi-purani-halchal.blogspot.in </a> पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .<br />धन्यवाद! </b></i>Yashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-74207575099296318942012-08-04T07:49:34.160-07:002012-08-04T07:49:34.160-07:00वाह |
पहले नहीं देख पाये |
http://dineshkidillagi....वाह |<br />पहले नहीं देख पाये |<br />http://dineshkidillagi.blogspot.in/2012/08/blog-post_4.htmlरविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-2276581044352942162012-08-04T06:47:39.581-07:002012-08-04T06:47:39.581-07:00अद्भुत रचना, हर छंद में गहरे भाव, बधाई और शुभकामना...अद्भुत रचना, हर छंद में गहरे भाव, बधाई और शुभकामनाएँ.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-31251706230706903042012-08-02T21:51:13.251-07:002012-08-02T21:51:13.251-07:00उजियारे पखवारे में ज्यों ,चन्दा का आकार है बढ़ता
...उजियारे पखवारे में ज्यों ,चन्दा का आकार है बढ़ता<br /><br />प्रेम डगर पर कदम दर कदम ,दीवाने का रूप निखरता<br /><br />जला स्वयं को प्रेम अग्नि में ,जब जब कुन्दन चमक पड़ा है<br /><br />तभी मदरसे में हमने, दीवानेपन का सबक पढ़ा है...waahरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-7746225419673076452012-08-02T20:21:10.386-07:002012-08-02T20:21:10.386-07:00Bahut sundar rachna...Bahut sundar rachna...Dr.Bhawna Kunwarhttps://www.blogger.com/profile/11668381875123135901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6205699393507977773.post-86546690580999184352012-08-02T10:22:34.859-07:002012-08-02T10:22:34.859-07:00धर्म अगर है अलग प्रेम से, तब क्यों करूँ निरर्थक चि...धर्म अगर है अलग प्रेम से, तब क्यों करूँ निरर्थक चिन्तन <br />धर्म विमुख हो जी जाऊं, पर प्रेम विमुख जीवन क्या जीवन<br />डूबूं इस रस में कि बन्द हो ,रोज रोज का आना जाना<br />पाने को पूर्णता प्रेम की , आतुर एक भ्रमर दीवाना<br /><br />चुन चुन लाऊँ किस किस पद को, हर पद देख हुआ मतवाला<br />सच कहते हैं छप्पर फाड़ के, देता है वो देने वाला<br />माँ शारद ने अपने हाथों इस जग खातिर तुम्हें गढ़ा है<br />लिखते रहना, विषय-वस्तु को यह सारा संसार पड़ा है.......अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.com